Metaverse kya hai? | मेटावर्स क्या है?

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Metaverse kya hai इसी के बारे में  2021 के अंत में फेसबुक के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग ने नई अनाउंसमेंट करके ऑनलाइन वर्ल्ड में तहलका मचा दिया है। वे दुनिया के सामने एक ऐसा शब्द लेकर आए जो आज से पहले ना किसी ने देखा और ना ही सुना था। वह शब्द है Metaverse! आज इस पोस्ट में हम यही जानने का प्रयास करेंगे मेटावर्स क्या है (Metaverse kya hai).

मेटावर्स का अनाउंसमेंट होते ही यह इंटरनेट के trending सेक्शन में छा गया था। बहुत से लोगों ने इसकी खूब तारीफ की परंतु बहुत ही कम लोग इसके tenchnical aspect को समझ पाए। बहुत से लोग ये नहीं समझ पाए हैं की future में Metaverse किस प्रकार हमारी life पर प्रभाव डालेगा। आज इस पोस्ट में हम मेटावर्स क्या है, metaverse कैसा होगा,मेटावर्स के फायदे और नुकसान भी जानेंगे। कुल मिलाकर इस पोस्ट में आपको मेटावर्स की संपूर्ण जानकारी मिलने वाली है।

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Metaverse kya hai?

Metaverse kya hai:  मेटावर्स एक नया शब्द है परंतु यह जिस तकनीक पर आधारित है वह काफी पुरानी है। मेटावर्स एक ऐसी तकनीक है जो virtual word (आभासी दुनिया) का निर्माण करती है। Metaverse दो शब्दों से मिलकर बना Meta और verse। मेटा का अर्थ होता है beyond और verse शब्द universe से लिया गया है। इस प्रकार Metaverse का संपूर्ण अर्थ हुआ इस यूनिवर्स से भी परे।‌ मेटावर्स के खोजकर्ता मार्क जुकरबर्ग का कहना है यह एक ऐसी टेक्नोलॉजी होने वाली है जो किसी भी व्यक्ति की सोच से परे होगी और इस यूनिवर्सिटी से भी परे होगी।

मेटावर्स तकनीक के development के लिए फेसबुक ने 10, 000 european technologists की भर्ती भी की है जो इस मेटावर्स टेक्नोलॉजी पर काम कर रही है।

Metaverse दुनिया कैसे होगी?

मेटावर्स एक अलग प्रकार की आभासी दुनिया होगी। यह एक virtual World होगा। परंतु यह कैसा होगा यह सभी जानना चाहते हैं। मेटावर्स कैसी दुनिया होगी, इसको एक उदाहरण के माध्यम से समझ सकते हैं:

आपने ऑनलाइन क्लास तो जरूर देखी होगी। ऑनलाइन क्लास में टीचर वीडियो के माध्यम से आपके सामने होते हैं परंतु कैसा होगा अगर वह टीचर फिजिकली आपके सामने नजर आए। वो टीचर आपको आपकी मोबाइल स्क्रीन पर नहीं बल्कि बिल्कुल आपके सामने दिखाई देंगे। आपके टीचर कहीं बहुत दूर पढ़ा रहे होंगे परंतु टेक्नोलॉजी के माध्यम से उनकी एक virtual copy तैयार कर दी जाएगी। यह virtual copy एक light emitting device तैयार करेगा। आपने प्रोजेक्टर तो जरूर देखा होगा। प्रोजेक्टर से कई प्रकार की रोशनी निकलती है जिससे एक फ्लैट स्क्रीन पर इमेज बनती है परंतु इस टेक्नोलॉजी के माध्यम से एक 3D इमेज बनेगी। यह 3D इमेज आप बिल्कुल अपनी आंखों के सामने देख पाएंगे।


मेटावर्स टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके किसी भी व्यक्ति की 3D इमेज को बनाया जा सकता है। ठीक जैसे एक्शंस व्यक्ति करेगा वैसे ही एक्शंस आपको 3D इमेज के रूप में दिखाई देंगे। यह टेक्नोलॉजी व्यक्तियों के साथ साथ किसी भी चीज की वर्चुअल कॉपी बना सकने में सक्षम होगी। आप जैसे इंटरनेट पर कोई भी इमेज देखते हैं वह आपको फ्लैट नजर आती है। परंतु इस टेक्नोलॉजी के माध्यम से आपको वह चीज आपकी आंखों के सामने 3डी में नजर आएगी। अभी अगर आपको ऑनलाइन शॉपिंग करनी होती है तो आपको प्रॉडक्ट की फ्लैट इमेज दिखाई देती है परंतु इस टेक्नोलॉजी से आपके सामने उस प्रोडक्ट की 3D इमेज होगी। आप उस image को जूम करके, यहां तक कि इस्तेमाल करके भी देख सकेंगे। कुल मिलाकर एक ऐसा वर्चुअल वर्ल्ड होने वाला है जिसमें हर वह काम आप अपनी असली दुनिया में कर सकते हैं, वह वर्चुअल वर्ल्ड में कर सकेंगे।

Metaverse का idea कहां से आया?

Metaverse का idea fiction novel snow crash से लिया गया है। इस नॉवेल के लेखक नील स्टीफनसन हैं। यह नॉवेल पूरी तरह से एक आभासी दुनिया पर आधारित है। इस नॉवेल के लेखक ने एक ऐसे दुनिया की कल्पना करी है जो की पूरी तरह से वर्चुअल है। यह वर्चुअल दुनिया असल में exist नहीं करती है। यह नॉवेल एक ऐसे व्यक्ति की कहानी है जो कि आभासी दुनिया में प्रवेश कर जाता है। इस वर्चुअल वर्ल्ड में वह हर काम कर सकता है जो वह असली दुनिया में नहीं कर सकता। जैसे कि पानी पर चलना, हवा में उड़ना सितारों को हाथ लगाना आदि आदि। मेटावर्स के कांसेप्ट का आईडिया यहीं से लिया गया है।

Metaverse technology कैसे काम करेगी?

मेटावर्स टेक्नोलॉजी के तहत एक ऐसे ही आभासी दुनिया का निर्माण करने की कोशिश की गई है जिसमें आप केवल कल्पना करें और वह चीज आपके सामने आ जाए। ठीक जैसे आप इंटरनेट पर डायनासोर सर्च करते हैं और डायनासोर की इमेज आपके सामने आ जाती है। मेटावर्स टेक्नोलॉजी के माध्यम से डायनासोर का 3D मॉडल आपके सामने होगा। इस 3D मॉडल को आप जूम कर सकेंगे और उस मॉडल को आप किसी भी एंगल से देख सकेंगे।(Metaverse kya hai)

आपने VR headset के बारे में जरूर सुना होगा। VR headset एक ऐसा device होता है जिसे चश्मे की तरह आंखों पर पहना जाता है। इस डिवाइस में डिस्प्ले स्क्रीन लगी होती है। स्क्रीन पर ही आपको सब कुछ दिखाई देता है परंतु इसमें 3डी का feel नहीं आता है। मेटावर्स टेक्नोलॉजी VR टेक्नोलॉजी के मुकाबले काफी ज्यादा एडवांस होने वाली है क्योंकि इसमें आप फ्लैट इमेज नहीं बल्कि 3D मॉडल देख सकेंगे।

Metaverse की कुछ limitations

Metaverse के अनेकों फायदों के साथ इसकी कुछ लिमिटेशंस भी देखने को मिलेगी। हालांकि यह लिमिटेशंस बहुत ही ज्यादा शानदार होने वाली है। जी हां, आपने सही सुना कि यह लिमिटेशंस investors के लिए बहुत ही शानदार साबित होगी। असल में मेटावर्स का निर्माण एक लिमिटेड स्पेस में ही होगा। ठीक जैसे धरती एक लिमिटेड स्पेस है ठीक वैसे ही मेटावर्स भी एक लिमिटेड space होगा। इस लिमिटेड स्पेस में अलग-अलग प्लॉट रजिस्टर किए जाएंगे ठीक वैसे ही जैसे धरती पर प्लॉट रजिस्टर होते हैं।(Metaverse kya hai)

मेटावर्स पर प्लॉट रजिस्ट्री करने के लिए अभी से इन्वेस्टमेंट शुरू की जा चुकी है। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है समय के साथ इन प्लॉट्स की कीमत आज से हजार गुना तक बढ़ सकती है। बहुत सारे इन्वेस्टर्स क्रिप्टो कॉइन की जरिए इन प्लॉट्स को खरीद रहे हैं। प्लॉट खरीदने के बाद एक virtual land आपके नाम रजिस्टर कर दी जाएगी। इस प्लॉट में आप अपनी गेम या फिर म्यूजियम बना सकते हैं। इस म्यूजियम के लिए आप एक निर्धारित एंट्री फीस के रूप में तय कर सकते हैं। यह ठीक वैसा ही होगा जैसे असली दुनिया में किसी जगह जाने पर एंट्री फीस लगती है। मेटावर्स plots में आप अपना बिजनेस setup कर सकते हैं। इसको डिवलप करने में कम से कम 10 साल का समय लगेगा। आने वाले समय में यह ऑनलाइन अर्निंग करने का बहुत ही नायाब तरीका साबित होने वाला है।

Metaverse में invest कैसे करें ?

मेटावर्स पूरी तरह से नया कॉन्सेप्ट है। इसलिए इसमें अभी बहुत ही कम कंपटीशन है। जिस कारण बहुत सारे investors इसकी तरफ आकर्षित हुए हैं। मेटावर्स में कई तरीकों से इन्वेस्ट किया जा सकता है। अभी तक मेटावर्स में इन्वेस्ट करने के लिए कोई direct तरीका नहीं है। इसमें केवल क्रिप्टो करेंसी के माध्यम से इन्वेस्ट किया जा सकता है। रुपयों या डॉलर का इस्तेमाल करके इसमें निवेश संभव नहीं है।पहले आपको रुपयों के माध्यम से क्रिप्टो कॉयंस खरीदने होंगे फिर इन कॉइंस से मेटावर्स में निवेश करना होगा।

1. Invest Into Metaverse Game

ऐसा माना जा रहा है मेटावर्स gaming की दुनिया में revolutionary साबित होगी । जैसे आप अभी मोबाइल स्क्रीन पर PUBG खेलते हैं। ठीक वैसे टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करके आपके बॉडी की डिजिटल कॉपी बना दी जाएगी। आप जैसी हरकत रियल वर्ल्ड में करेंगे यह वर्चुअल कॉपी भी वैसी ही हरकत करेगी।

अभी तक मेटावर्स में ये technology इस्तेमाल नहीं हुई है। पंरतु इसे बहुत पहले ही डिवेलप किया जा चुका है जिसे AR ( Augmented reality) कहते हैं। मेटावर्स में इस टेक्नॉलजी के हिसाब से कुछ गेम्स बनाई जा चुकी है। अभी तक इसे कंप्यूटर स्क्रीन पर ही खेला जाता है। ऐसी ही दो फेमस गेम्स The Sandbox and Decentraland हैं। यह दोनों गेम्स अपने क्रिप्टोकरंसी भी लॉन्च कर चुकी हैं। The sandbox game का क्रिप्टोकॉइन का नाम SAND है और Decentraland के coin के का नाम MANA है। जैसे ही मेटावर्स टेक्नोलॉजी लांच होगी वैसे ही इन दोनों कोइंस की वैल्यू में भारी उछाल देखने को मिल सकता है।

2. Invest In Metaverse index

मेटावर्स के शेयर वैल्यू metaverse index कहा जाता है। मेटावर्स इन्वेस्टर्स के लिए काफी फायदेमंद साबित होने वाली है क्योंकि इसमें आम व्यक्ति भी इन्वेस्ट कर सकते हैं।

Metaverse develop करने के लिए 20 बिलियन डॉलर से भी ज्यादा की जरूरत पड़ेगी। जब इतने ज्यादा पैसे जुटाने होते हैं तब कंपनी इन्वेस्टर्स पर डिपेंड होती है। जब कंपनी के शेयर की वैल्यू बढ़ती है तब इन्वेस्टर्स के द्वारा इंटरेस्ट की हुई मनी भी बढ़ती है। मेटावर्स में इन्वेस्टमेंट करने के लिए कई सारे ऑनलाइन वेबसाइट मौजूद है। इन वेबसाइट्स पर विजिट करके आप मेटावर्स में पैसा इन्वेस्ट कर सकते हैं।

3. Invest Money in Metaverse related companies

Metaverse को बनाने के लिए कई companies मिलकर काम कर रही हैं। जब Metaverse launch होगा तब इन companies की share value भी बढ़ेगी। इन companies में इन्वेस्ट करके भी अच्छा खासा मुनाफा कमाया जा सकता है।(Metaverse kya hai)

3.1 NVIDIA– ये GPU बनाने वाली कंपनी है जो Metaverse के लिए एडवांस कंप्यूटर डिवाइसेज और सॉफ्टवेयर बनाएगी। एडवांस टेक्नोलॉजी के बिना मेटावर्स की कल्पना करना भी मुश्किल है। यह कंपनी 2019 में मेटावर्स के जैसा अपना प्लेटफार्म omniverse लांच कर चुकी है‌। omniverse में किसी भी व्यक्ति और चीजों की virtual copy बनाई जा सकती है। Nvidia के सीईओ का कहना है– “मेटावर्स इकोनॉमी हमारी करंट इकोनामी से भी बड़ी होगी ”

3.2 Meta Platforms

Metaverse में सबसे ज्यादा इन्वेस्टमेंट Meta platform( फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप) कर रहे हैं। यहां तक की फेसबुक ने अपना नाम फेसबुक से बदलकर meta कर लिया है। फेसबुक द्वारा केवल 1 साल में ही 10 बिलियन डॉलर निवेश किया जा चुका है।फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने कहा है–” आने वाले वर्षों में investment को और बढ़ाने का प्लान है ”

3.3 Unity software

Unity software 3D कंटेंट बनाने के लिए आर्टिफिशियल टेक्नोलॉजी सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराती है। इस कंपनी के बिना मेटावर्स की कल्पना नहीं की जा सकती। बहुत सारे निवेशक indirectly मेटावर्स में पैसा इन्वेस्ट करने के लिए यूनिटी सॉफ्टवेयर के शेयर मार्केट में पैसा लगा रहे हैं।

4. Buy Digital Land in Metaverse

मेटावर्स में असल दुनिया की तरह ही virtual land की बिक्री और खरीद शुरू हो चुकी है। हजारों कंपनियां और brands इसमें डिजिटल लैंड बुक कर चुके हैं। अगर फ्यूचर में मेटावर्स सफल होता है तो इन डिजिटल लैंड की वैल्यू बहुत ज्यादा बढ़ने वाली है। डिजिटल लैंड का इस्तेमाल एडवर्टाइजमेंट प्लेटफॉर्म्स के लिए किया जा सकता है। कुछ बड़ी कंपनियां जैसे कि Binance, sonic games और कुछ सेलिब्रिटी snoop Dogg भी डिजिटल लैंड खरीद चुके हैं। Opensea वेबसाइट से डिजिटल लैंड को 3 ETH coins के बदले खरीदा जा सकता है।

1. Education

Metaverse टेक्नोलॉजी एजुकेशन की फील्ड में 360° का बदलाव लेकर आने वाली है। अभी हम किताबों पर 2D डायग्राम्स और इमेजेस देखते हैं परंतु मेटावर्स टेक्नोलॉजी से यही 2D डायग्राम 3D मॉडल की तरह हमारे सामने होंगे। इन 3D मॉडल्स से पढ़ाई बहुत ही बेहतरीन ढंग से हो सकेगी। इस टेक्नोलॉजी से किसी भी चीज का 3D मॉडल बनाया जा सकता है। आप अपनी आंखों के सामने Building, vehicles, flowers, Animals, birds, internal organs का मॉडल देख सकेंगे।

ऑनलाइन स्टडी में भी मेटावर्स टेक्नोलॉजी मदद करने वाली है। अभी तक टीचर को आप मोबाइल की स्क्रीन पर पढ़ाते हुए देखते हैं। मेटावर्स टेक्नोलॉजी से टीचर का 3D मॉडल आपके सामने होगा। यह मॉडल रियल व्यक्ति की virtual copy होगा। जैसे जैसे असली व्यक्ति करेगा वैसे ही वर्चुअल कॉपी भी करेगी। इसी प्रकार ऑनलाइन ट्यूटर भी क्लास स्टूडेंट्स की वर्चुअल कॉपी बनाकर अपने सामने सारे बच्चों को देख पाएगा। कुल मिलाकर मेटावर्स टेक्नोलॉजी से पूरी डिजिटल क्लास बनाई जा सकती है।

2. Work from Home

मेटावर्स टेक्नोलॉजी की तरह ही माइक्रोसॉफ्ट द्वारा भी ऐसे ही टेक्नोलॉजी का निर्माण किया जा रहा है। यह टेक्नोलॉजी mainly वर्क फ्रॉम होम में सुविधा प्रदान करने के लिए बनाई जा रही है।

वर्क फ्रॉम होम के दौरान employee क्या काम कर रहा है उसका पता boss को नहीं लग पाता है। परंतु इस टेक्नोलॉजी के इस्तेमाल से किसी भी खाली जगह पर एक पूरे डिजिटल ऑफिस का निर्माण किया जा सकता है। यह टेक्नोलॉजी हर व्यक्ति की virtual copy का निर्माण कर देगी। इस प्रकार boss को यह पता होगा कि उसके एंप्लाइज क्या काम कर रहे हैं।

3. Entertainment

इस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल सबसे ज्यादा एंटरटेनमेंट फील्ड में होने वाला है। कई फेमस सेलिब्रिटीज अभी से ही लाखों लोगों के सामने डिजिटल परफॉर्मेंस दे चुके हैं। इस टेक्नोलॉजी से ऑनलाइन concerts, get together, events organize किए जा सकेंगे। यह एक ऐसे डिजिटल दुनिया होगी जिस डिजिटल दुनिया में आप घूम सकेंगे।

FAQ

Metaverse में invest करके अमीर कैसे बनें?

मेटावर्स इन्वेस्टर्स के लिए एक बहुत ही शानदार oppurtunity साबित हो सकता है क्योंकि इसमें कंपटीशन बहुत ही कम है। इसमें कई तरीकों से पैसा इन्वेस्ट किया जा सकता है जैसे– 1. Invest Into Metaverse Game 2. Invest In Metaverse index 3. Invest Money in Metaverse related companies 4. Buy Digital Land in Metaverse

Facebook का नया नाम क्या है?

Facebook का नया नाम Meta है।

Facebook ने अपना नाम meta रख लिया है तो अभी तक facebook ही क्यों इस्तेमाल हो रहा है?

बहुत सारे लोगों के मन में क्या संशय है कि अगर फेसबुक ने अपना नाम Meta रख लिया है तो अभी तक facebook शब्द का इस्तेमाल क्यों हो रहा है। असल में बात यह है कि जिस फेसबुक का इस्तेमाल हम करते हैं वो social media website और application है। फेसबुक एप्लीकेशन और वेबसाइट का नाम अभी भी facebook ही है। असल में Meta उस कंपनी का नाम रखा गया है जो इन सारे सोशल मीडिया प्लेटफार्म को ऑपरेट करती है जैसे इंस्टाग्राम, फेसबुक, व्हाट्सएप आदि। पहले इन सभी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को फेसबुक कंपनी द्वारा operate किया जाता था। परंतु अब इस social media operating company फेसबुक का नाम बदल कर Meta कर दिया गया है।

 

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